भटकती आत्माएँ –true hindi horror story by Sonu Samadhiya Rasik
ये काबो के. की रियल लाइफ स्टोरी है। कुछ साल पहले की बात है, जब मैं अपनी एक्स-गर्लफ्रेंड के साथ उसके चर्च के कुछ दोस्तों की वेडिंग अटेंड करने गया था। शादी मुंबई के पास एक हिल स्टेशन पर थी, और हम वहाँ एक लेडी के साथ ट्रैवल कर रहे थे। वह कार इतनी रफ और केयरलेस तरीके से ड्राइव कर रही थी, जैसे उसे किसी चीज़ का कोई डर ही न हो। शादी शानदार थी, हमने खूब एंजॉय किया। रात में, हम मेरी एक्स की फैमिली रिलेटिव्स के घर स्टे करने चले गए। हम वहाँ रात के करीब 12 या 1बजे पर पहुँचे। हमें लिविंग रूम में सोने की जगह दी गई। रात के किसी वक्त, शायद 2 या 3 बजे, मेरी अचानक नींद खुल गई। तभी मैंने कुछ weird sounds सुनीं—ऐसा लग रहा था जैसे कोई जानवर दर्द से कराह रहा हो, लेकिन वे चीखें इतनी दर्दनाक और हॉरर थीं कि मेरी बॉडी में सिहरन दौड़ गई। स्ट्रीट लाइट की हल्की रोशनी खिड़की के पर्दों पर पड़ रही थी, और उन shadowy reflections में मैंने कुछ dark figures तेजी से मूव करते देखीं। मैंने खुद को calm down करने की कोशिश की, लेकिन उस रात का माहौल creepy and unsettling था। वे अजीब आवाजें कभी पास आतीं, कभी दूर चली ...