🌑🧟 भैरवगढ़ की डायन — “मायरा” 🧟🌑 by Sonu Samadhiya Rasik, Indian Hindi/Urdu Horror story,#Dayan,#witch#witchcraft#vashikaran#KalaJadu
यह कहानी उत्तर भारत के एक पहाड़ी गाँव “भैरवगढ़” की है — जहाँ कोई भी सूरज ढलने के बाद बाहर निकलने की हिम्मत नहीं करता था... 🌑🧟 भैरवगढ़ की डायन — “मायरा” 🧟🌑 उत्तराखंड के पहाड़ों में एक गाँव था — भैरवगढ़। चारों ओर देवदार के पेड़, संकरी पगडंडियाँ, और हवा में गूंजते भेड़ों के गले की घंटियों की आवाज़। यह गाँव सुंदर तो था, पर जितना खूबसूरत दिन में दिखता था, उतना ही डरावना रात में हो जाता था। भैरवगढ़ के लोग बहुत सीधे-सादे थे — खेतों में काम करते, पशु पालते, और शाम ढलते ही अपने घरों में दुबक जाते। क्योंकि गाँव में एक नाम था, जो सिर्फ़ फुसफुसाहटों में लिया जाता था — “मायरा”। वह गाँव की सबसे बूढ़ी औरत थी, और सब उसे “मायरा दीदी” कहते थे — लेकिन डरते भी थे। कहते हैं, मायरा कोई साधारण इंसान नहीं थी — वह एक डायन थी, जो कभी साध्वी थी, पर अब तांत्रिक विद्या के अधूरे प्रयोग ने उसे अमंगल रूप दे दिया था। लोग कहते थे कि मायरा कभी पंडित हरिदेव की शिष्या थी। हरिदेव भैरवगढ़ के मशहूर तांत्रिक थे, जो देवताओं की साधना करते थे। पर जब उन्होंने अपनी शिष्या को शक्तियाँ नहीं दीं, तो मायरा ने रात्रि दे...