संदेश

True Hindi story लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Black Eyed Child –Real urban legends in Hindi

चित्र
हैलो दोस्तों! मैं स्नेहा राजपूत हूं और आपका मेरे पॉडकास्ट में फिर से स्वागत है। यह मेरी आपबीती है जो मेरी लाइफ में घटी सच्ची भूतिया घटनाओं में से एक है। यह घटना मेरे साथ, तब घटी जब एक रात, मैंने कैनॉक चेज़ के ब्लैक आइड चाइल्ड को देखने की हिम्मत की। जो लोग नहीं जानते, उन्हें बता दूं कि कैनॉक चेज़ जगह ब्रिटेन में है और आप में से कई लोगों ने ब्लैक आइड चाइल्ड अर्बन लेजेंड के बारे में सुना होगा ही। जिन्हें नहीं पता उन्हें फटाफट से बता देती हूं। ब्लैक आइड चाइल्ड, बच्चों की शापित और खतरनाक आत्माएं होतींं हैं, जिन्हें दूसरी दुनिया से माना जाता है। ये आत्माएं सुनसान रास्तों और जंगलों में अपने शिकार को ढूंढती हैं। इनकी एक खासियत यह होती है कि इनकी आँखें काली होतीं हैं। ये नजरें तभी मिलातीं हैं, जब शिकार पास में हो। चलिए अब कहानी की शुरुआत करते हैं। यह घटना उस सुबह शुरू हुई, जब मुझे एक ईमेल मिला। जिसमें मेरे दोस्त ने अपनी विचित्र और डरावनी एनकाउंटर का ज़िक्र किया, जो उसके साथ पाई ग्रीन टावर के पास हुआ था। यह घटना दो रात पहले की थी, और उसने जो कुछ भी बताया, वह उस ब्लैक आइड चाइल्ड की अर...

रात का अंजान सफ़र True Hindi Horror Story by Sonu Samadhiya Rasik

चित्र
रात का अंजान सफ़र  By - SS₹ अमावस्या की रात थी। घड़ी में ठीक 12 बज रहे थे, और सड़क पर गहरा सन्नाटा पसरा हुआ था। रमेश, एक अनुभवी टैक्सी ड्राइवर, उस रात की शिफ्ट पूरी करने की तैयारी में था। आमतौर पर रात के इस समय तक रमेश की गाड़ी सवारियों से खाली हो जाती थी, लेकिन इस बार उसे अपने घर से काफी दूर जाना पड़ा था।  सड़कें सुनसान थीं। आसमान में बादल छाए हुए थे, और हल्की ठंडी हवा चल रही थी जो सीधे रूह में उतर रही थी। रमेश का ध्यान सड़कों पर था, लेकिन उसके मन में अजीब सी बेचैनी होने लगी थी। अचानक उसने देखा कि सड़क के किनारे एक औरत खड़ी है। उसने सफेद साड़ी पहनी हुई थी, बाल खुले थे, और चेहरा झुका हुआ था।  रमेश ने गाड़ी रोकी। ऐसे सुनसान में किसी को अकेला छोड़ना उसे ठीक नहीं लगा। खिड़की से बाहर झांकते हुए उसने धीमी आवाज़ में पूछा, “कहाँ जाना है, बहन जी?” औरत ने बिना कुछ कहे गाड़ी में बैठने का इशारा किया। रमेश को थोड़ा अजीब लगा, लेकिन उसने सोचा कि हो सकता है कि औरत को कोई मदद की जरूरत हो। उसने दरवाज़ा खोला, और औरत धीरे से पीछे की सीट पर बैठ गई।  रमेश ने जैसे ही गाड़ी चलाई...