Black Eyed Child –Real urban legends in Hindi

हैलो दोस्तों! मैं स्नेहा राजपूत हूं और आपका मेरे पॉडकास्ट में फिर से स्वागत है। यह मेरी आपबीती है जो मेरी लाइफ में घटी सच्ची भूतिया घटनाओं में से एक है। यह घटना मेरे साथ, तब घटी जब एक रात, मैंने कैनॉक चेज़ के ब्लैक आइड चाइल्ड को देखने की हिम्मत की। जो लोग नहीं जानते, उन्हें बता दूं कि कैनॉक चेज़ जगह ब्रिटेन में है और आप में से कई लोगों ने ब्लैक आइड चाइल्ड अर्बन लेजेंड के बारे में सुना होगा ही। जिन्हें नहीं पता उन्हें फटाफट से बता देती हूं। ब्लैक आइड चाइल्ड, बच्चों की शापित और खतरनाक आत्माएं होतींं हैं, जिन्हें दूसरी दुनिया से माना जाता है। ये आत्माएं सुनसान रास्तों और जंगलों में अपने शिकार को ढूंढती हैं। इनकी एक खासियत यह होती है कि इनकी आँखें काली होतीं हैं। ये नजरें तभी मिलातीं हैं, जब शिकार पास में हो। चलिए अब कहानी की शुरुआत करते हैं।

यह घटना उस सुबह शुरू हुई, जब मुझे एक ईमेल मिला। जिसमें मेरे दोस्त ने अपनी विचित्र और डरावनी एनकाउंटर का ज़िक्र किया, जो उसके साथ पाई ग्रीन टावर के पास हुआ था। यह घटना दो रात पहले की थी, और उसने जो कुछ भी बताया, वह उस ब्लैक आइड चाइल्ड की अर्बन लेजेंड से मेल खाता था, जिसने दशकों से कैनॉक चेज़ के लोगों को आतंकित किया है।

उसकी कहानी ने मेरी जिज्ञासा को बढ़ा दिया। इस विषय में मेरी रुचि पहले से थी, और यह मौका ऐसा था जिसे मैं छोड़ नहीं सकती थी। मैंने तय किया कि मुझे खुद जाकर जांच करनी चाहिए।

ईमेल कुछ इस तरह था।

"हाय स्नेहा,

मैं यह ईमेल इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मैंने वास्तव में क्या देखा। यह घटना देर रात 10 बजे हुई, जब मैं अपने कुत्ते के साथ पाई ग्रीन टावर के पास टहल रहा था। चारों तरफ सन्नाटा था, और मुझे वहां किसी इंसान के होने की उम्मीद नहीं थी।

फिर मैंने एक हल्की सी हंसी सुनी। यह बिल्कुल एक छोटे बच्चे की हंसी लग रही थी, जो उस माहौल में बेहद असामान्य थी।

मैंने चारों ओर देखा और देखा कि एक छोटी लड़की, शायद 8 या 9 साल की, एक पेड़ के पास खड़ी थी। वह एक पुरानी स्टाइल की सफेद पोशाक पहने हुए थी, और उसकी आंखें... वे काली थीं। पूरी तरह से काली।

मेरा कुत्ता अजीब तरह से कराहने लगा और आगे बढ़ने से इनकार कर दिया। मैंने उस लड़की से बात करने की कोशिश की, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। उसने मुझे कुछ पल तक देखा और फिर धीरे-धीरे पेड़ों के बीच गायब हो गई।

उस समय मुझे लगा कि वहां से चले जाना ही बेहतर होगा। लेकिन उस घटना की यादें अब तक मेरा पीछा कर रही हैं। मुझे लगा कि आपको यह बताना चाहिए।"

यह ईमेल पढ़ने के बाद मैंने अपने दोस्त से संपर्क किया। उसने सहमति जताई कि वह मुझे ठीक वही जगह दिखाएगा, जहां यह सब हुआ था। मैं उस रात 10 बजे उससे मिली।

हम टॉर्च और ढेर सारी हिम्मत के साथ पाई ग्रीन टावर के पास पहुंचे। वहां का माहौल पहले से ही अजीब था—बहुत सन्नाटा, जैसे जंगल खुद कोई राज़ छुपा रहा हो।

 मेरा दोस्त , मुझे उस स्थान पर ले गया, जहां उसने उस लड़की को देखा था। पेड़ वही था, और उसने डरावनी आवाज़ और लड़की की ठंडी निगाहों का वर्णन किया।

जैसे-जैसे हम उस इलाके में और गहराई तक गए, मुझे भी ऐसा लगने लगा कि कोई हमें देख रहा है। कुछ दूरी पर हल्की आवाज़ें सुनाई दे रही थीं, लेकिन कुछ दिखाई नहीं दे रहा था।

जैसे ही मेरा दोस्त मुझे उस जगह दिखाने के बाद वापस जाने के लिए तैयार हुआ, मैंने खुद जंगल में और अंदर तक जाने का फैसला किया। मैंने अपनी टॉर्च संभाली और अपने दिल की धड़कनों को काबू करने की कोशिश की।

करीब 20 मिनट की खोज के बाद, मैंने वही आवाज़ सुनी—एक हल्की, पर बहुत ठंडी हंसी। जैसे ही मैंने पलटकर देखा, वह वहां थी। बिल्कुल वैसी ही, जैसी उस मेरे दोस्त ने बयान की थी—सफेद पोशाक, बेहद गोरी त्वचा, और काली आंखें।

वह मुझे टकटकी लगाकर देख रही थी। मेरे कदम जैसे जमीन में जम गए। उसने कुछ नहीं कहा, बस मेरी ओर देखती रही। फिर वह अचानक मुड़ी और पेड़ों के बीच गायब हो गई। उस समय मुझे महसूस हुआ कि मुझे वहां से तुरंत निकल जाना चाहिए। इसके बाद, मैं यहां तक नहीं रुकी। क्योंकि यह घटना मुझे चैन से बैठने नहीं दे रही थी। मैंने यह सब अपने पिता जी को बताया। वह विज्ञान और तर्क के व्यक्ति थे, और उन्होंने इसे मेरी कल्पना या भ्रम का हिस्सा समझा। लेकिन जब उन्होंने मेरे चेहरे पर डर देखा, तो उन्होंने फैसला किया कि अगली बार मैं अकेली नहीं जाऊंगी।

दो रात बाद, मैंने और मेरे पिता ने उसी जगह पर जाने का निश्चय किया। इस बार मेरे पिता के पास एक कैमरा और कुछ उपकरण थे, ताकि अगर कुछ हो, तो इसे रिकॉर्ड किया जा सके।

जैसे ही हम जंगल में पहुंचे, वही अजीबोगरीब सन्नाटा और भारीपन महसूस हुआ। मेरी धड़कनें तेज हो रही थीं, लेकिन मेरे पिता का साथ मुझे थोड़ा साहस दे रहा था।

यह देखना बाकी है कि क्या इस बार हमें कुछ और मिलेगा। पर इतना तय है कि ब्लैक आइड चाइल्ड की यह किवदंती अब मेरे लिए एक सच्चाई बन चुकी है।

आप लोगों के मन में एक सवाल होगा कि मेरे जंगल में पहुंचने के बाद, वो लड़की मिली या नहीं। तो आपको बता दूं कि मुझे वो लड़की दोबारा नहीं मिली। जिसने मुझे, मेरे पिता जी के सामने झूठा साबित कर दिया कि ब्लैक आइड चाइल्ड नाम की कोई चीज नहीं होती। उन्हें लगता है कि वो सब मेरा वहम था। लेकिन उन्हें वो सच नहीं पता था, जो मेरे दिल में डर के रूप में था और मेरे दोस्त आप लोग मेरी बात को सच मानते हैं न? कमेंट करके बताएं।

कहानी यही खत्म होती है, मिलते हैं अगली कहानी के साथ।

बाय टेककेयर, राधे राधे।


टिप्पणियाँ

Best for you 😊

खूनी डायन (Bloody Witch) | Top hindi Horror Story by Mr. Sonu Samadhiya Rasik

पुराने बरगद की चुड़ैल - Hindi horror story 2022

ये मेरे श्याम लौट के आजा full mp3 bhajan download