TOWN OF DEATH chapter Three
TOWN OF DEATH chapter - three अध्याय - ३ (हमला) By - Mr. Sonu Samadhiya Rasik 🇮🇳 Town of Death भाग - 01 Town of Death भाग - 02 चारों तरफ से भेड़ियों और सियारों की नजदीक आतीं आवाजों से साफ़ जाहिर हो रहा था। कि सभी लोगों के सामने कितनी बड़ी मुसीबत आने वाली थी। सभी लोगों के सामने इस मुसीबत की घड़ी में एक दुविधा आ चुकी थी। सब कन्फ्यूज्ड थे। कि क्या एक अजनबी पर भरोसा करना कितना सही साबित हो सकता है, आगे आने वाली सिचुएशन के हिसाब से। निकिता, डर से रजनीश से बच्चों की तरह हुई सहमी चिपकी हुई थी। इस तरह लगभग सभी लोग एक दूसरे से सटकर खड़े हुए थे। और वह दिखने में हट्टा - कट्टा और सुन्दर नौजवान जो शेर की तरह बेखौफ अपने कंधे पर बंदूक रखे सभी के जबाब का इंतज़ार कर रहा था। "क्या हुआ? भाई। क्या सोचा है। मेरे साथ चलना है कि खुद को मौत को सौंपना है?" - उस अजनबी ने कहा। "देखो भई! हम आप पर कैसे भरोसा कर लें। आप आतें हैं और एक हीरो की तरह एक निहत्थे जानवर को मार कर सभी को इम्प्रेस करते हो। बात यहीं तक सीमित नहीं है आपका हम सब