Town Of Death Chapter 11
Town of Death chapter 11 मोहिनीगढ़ का जाल By - Mr. Sonu Samadhiya Rasik (For Support Me Donate with UPI sonusamadhiya10@paytm) अध्याय १० से जारी...... Town of Death ☠ स्टोरी के रोमांचकारी पिछले अध्याय पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें हर्षित अपनी टीम के साथ कुहरे से ढंके बियावान मोहिनीगढ़ के जंगलों में शौर्य की बताई हुई दिशा में लगातार बढ़ रहा था। शौर्य के अपरचित होने के बावजूद भी हर्षित और उसकी टीम उस पर भरोसा कर रही थी। चारों और पसरे स्याह अंधेरे में मोहिनीगढ़ के जंगल की झाड़ियां भी मानों उन परजीविओं के खौफ से भीगी बिल्ली की तरह शांत प्रतीत हो रहीं थीं। सभी पुलिस वालें तीव्र गति से अपने कदम बढ़ा रहे थे। सभी के कपड़े रास्ते में पड़ने वाले पौधों और झाड़ियों की ओस से भीगी पत्तियों की वजह से औस से सराबोर हो चुके थे। जिससे सभी को सर्दी का एहसास पहले की तुलना में ज्यादा हो रहा था। सभी को इसका बिलकुल भी अंदेशा नहीं था कि मोहिनीगढ़, सभी को अपने जाल में फंसा चुका था। वह जाल जिससे इंसान क्या इंसान की रूह तक आजाद होने की मोहताज हो जाती हैं। कुछ देर चलन